STORYMIRROR

Rajeev Rana

Children

2  

Rajeev Rana

Children

मेरी स्कूल बस

मेरी स्कूल बस

1 min
3.5K


अलार्म घड़ी बज जाती है

नींद मुझे पर आती है।


मम्मी फिर भी जागती है

जल्दी करो स्कूल बस मिस हो जाती है ।


धीमे धीमे ब्रश किया

फटा फट मैंने बाथ लिया।


भाग भाग कर युनिफोर्म पहनी

कम कम मैंने मिल्क पिया।


पापा के साथ फिर दौड़ लगाई

येलो कलर की बस आई।


बस में झट में चढ़ गया

पापा को मैंने बाय किया।


सब फ्रेंडस मेरे मिल गए

हल्ला करते करते हम स्कूल पहुँच गए।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Children