मोहब्बत
मोहब्बत
उनका हँसी चेहरा सुन्दर सा ख्वाब
दीदार उनका खुशनसीबी की बात।
उनसे मुलाकात हो कोई चमत्कार
हर शब्द उनका छेड़े दिल के तार।
होठों पर मुस्कुराहट जैसे चाँदनी रात
उनकी वो उदासी क़यामत की बात।
मासूमियत में भी है एक अदा
उनकों निहारे बस वो ही मेरा खुदा।
साथ उनके लम्हा यूँ ठहर जाए
बीते सारी यूँ उम्र, यह ख्याल आए
आँखों से ओझल जब हो जाते है
कविता के शब्द भी खो जाते हैं।