आशीर्वाद
आशीर्वाद
कुछ अपनी कहो, कुछ सुनो हमारी
जो वक़्त हमने देखा उसकी बात हैं न्यारी ।
माना अब ये जमाना ओर दौर है तुम्हरा
कल था जो हमारा, अब वक़्त हैं तुम्हरा ।
पा लिया हमने सब, अब क्या लेकर जाएंगे
बस तुमसे दो प्यार के मीठे बोल ही चाहेंगे ।
ना भी कुछ करो, तब भी हमारा आशीर्वाद है
तुम्हें हो ना हो, हमें तुमसे स्नेह ओर प्यार है ।
