बचपन की बारिश
बचपन की बारिश
उदास फिरता है अब
मोहल्ले में बारिश का पानी,
कश्तियां बनाने वाले बच्चे
अब मोबाइल से इश्क कर बैठे!
बचपन कुछ ऐसा था,
भावो में बहता था,
बारिश के मौसम में,
बेहद चाहकता था,
कागज की कश्ती,
बरसात में बहता था,
शरारत की किस्तों में,
बचपन को जीता था,
मुझको लौटा दो वो
वह बचपन का सावन,
वो कागज की कश्ती,
वो बारिश का पानी !
