कलाम को सलाम
कलाम को सलाम
नित्य निरंतर काल चक्र
युग में जन्म जीवन का
आना जाना।।
विरला जीवन युग को
नई राह दिखता
संघर्षो तप कर जीवन
मूल्य बताता।।
रामेश्वर तट पर एक दिन
ऐसा आया पल प्रहर जन्मा
बालक एक महान।।
कमाल कमाल कमाल
कलाम माँ भारती का
यशश्वी संतान।।
साधारण परिवेश का
अद्भुत बालक भविष्य की पहचान।
कठिन चुनौती बचपन की
उद्देश्यों का पथ पथिक
झुका नहीं टुटा नहीं
चलता गया अविराम।।
थकना हारना
नहीं करना नहीं विश्राम।।
बढ़ते जाना उद्देश्यों के पथ पर
चाहे जो मुश्किल हो।
चुनौतियों से लड़ता
निखारा कलाम आज
प्रेतक प्रेरणा जीवन
मूल्य नव आयाम।।
खुली आँख से सपने देखो
नौजवान युग
सन्देश सार कलाम
कमाल का आवाहन का वर्तमान।।
गूँज रहा आकाश युग में
कमाल विज्ञानं मानव
रिश्तों का विज्ञानी
बैभव बिकास का सिद्धान्त।।
विज्ञान वैज्ञानिक
अवनि से आकाश में
उड़ते लड़ते प्रक्षेपास्त्रों
मानव मानक कलाम कमाल।।
साहस शक्ति निति नियत
सिद्धान्त बदलते जाते
युग में जब जब कलाम है आते।।
कलाम नाम नहीं जीवन
मूल्यों आदर्शो का अविरल
निर्मल, निश्छल गंगा, जमुना
पावन धाराओं का मिश्रित
पराक्रम पुरुषार्थ कमाल कलाम।।
कलाम एक नाम नहीं
कलाम जीवन की सच्चाई
संघर्षो का ईमान ईनाम।।
कलाम हौसलों की उड़ान
पंख परवाज़ उद्धेश्यों का बाज़।।
कमाल समय काल का
अमिट हस्ताक्षर व्यक्ति व्यक्तित्व
युवा चेतना जाग्रति का जनमेजय
संस्कृति संस्कार का शौर्य
सूर्य चाँद कलाम कमाल।।