भारतीय नववर्ष
भारतीय नववर्ष
हर संस्कृति से हम करें प्यार,
पर भूलें न हम अपने संस्कार,
भारतीय नववर्ष तो हमारा है,
चैत्र नवरात्र का पहला वाला ही दिन।
प्रतिपदा शुक्ल पक्ष की तिथि को,
आता है ये प्यारा सा शुभ दिन।
नवसंवत्सर के शुभ इस समय पर,
अति प्रफुल्लित प्रकृति भी है होती।
मौसम होता है अति सुहाना,
जनवरी वाली ठिठुरन न होती।
लहलहाती हैं खेतों में फसलें,
अन्नदाता के होते हैं शुभ दिन।
हर संस्कृति से हम करें प्यार,
पर भूलें न हम अपने संस्कार,
भारतीय नववर्ष तो हमारा है,
चैत्र नवरात्र का पहला वाला ही दिन।
प्रतिपदा शुक्ल पक्ष की तिथि को,
आता है ये प्यारा सा शुभ दिन।
रहता न है इस समय में,
सर्दी का कुछ भी प्रभाव।
ऐसे प्यारे सुहाने समय में,
तेज गर्मी का रहता अभाव।
ऐसे सुहाने सुखद मौसम में,
आता हमारा नये साल का दिन।
हर संस्कृति से हम करें प्यार,
पर भूलें न हम अपने संस्कार,
भारतीय नववर्ष तो हमारा है,
चैत्र नवरात्र का पहला वाला ही दिन।
प्रतिपदा शुक्ल पक्ष की तिथि को,
आता है ये प्यारा सा शुभ दिन।
सनातन मान्यता है यह कहती,
सृष्टि इस दिन थी विधि ने बनाई।
संवत्सर का यह पहला दिवस है,
घोषणा प्रकृति करती है सुहाई।
आर्यावर्त के नये साल का बस,
होता है यही प्रथम दिन।
हर संस्कृति से हम करें प्यार,
पर भूलें न हम अपने संस्कार,
भारतीय नववर्ष तो हमारा है,
चैत्र नवरात्र का पहला वाला ही दिन।
प्रतिपदा शुक्ल पक्ष की तिथि को,
आता है ये प्यारा सा शुभ दिन।