हिन्दी में लिखना पढ़ना ,साहित्य सेवा करना आर्यसमज एवं समाज सेवा के कार्य करते रहना मेरे जीवन जीने का सहारा हैं
लेकिन वही आज उस वृद्ध एकाकी पिता के लिए आधार और सहारा बन कर उभरी हैं । लेकिन वही आज उस वृद्ध एकाकी पिता के लिए आधार और सहारा बन कर उभरी हैं ।
उसने तीव्र घृणा से सलमान को एक झन्नाटेदार थप्पड़ रशीद किया । उसने तीव्र घृणा से सलमान को एक झन्नाटेदार थप्पड़ रशीद किया ।
फरेबी हैं ..अंदाजे बयां.. जिनके सदा से । मुहब्बत की फिर क्यूँ भावनाएँ ढूँढ़ते हो ।। फरेबी हैं ..अंदाजे बयां.. जिनके सदा से । मुहब्बत की फिर क्यूँ भावनाएँ ढूँढ़ते ...