घड़ी दो घड़ी।
घड़ी दो घड़ी।
ये हसीँ बरसात की घड़ी दो घड़ी,
प्यार की सौगात की घड़ी दो घड़ी।
आजा दामन से मुझे लग़ा ले ज़रा,
आई मिलन रात की घड़ी दो घड़ी ।
जीत जाऊँ पाके ऎ मिरे हमनशीं ,
थक न जाना मात की घड़ी दो घड़ी।
बिन तिरे आयॆ मुझे ये कैसे सुकूँ ,
जिन्दगी ये साथ की घड़ी दो घड़ी ।
चाँद आया तारों की ये बारात है,
चाँदनी इस रात की घड़ी दो घड़ी।

