धड़कन मेरी तुझको पुकारे
धड़कन मेरी तुझको पुकारे
धड़कन मेरी तुझको पुकारे ,
आजा रे..आजा रे..आजा रे..
लगता नहीं दिल तेरे बिना रे,
लगने लगे हम जैसे बे-सहारे ,
आजा रे..आजा रे..आजा रे..
जिस कश्ती को लेकर निकले,
अब तो वो मंज़िल गले मिले ,
हम राह कबसे उसकी निहारे ,
आजा रे..आजा रे..आजा रे..
दिन डूबकर अब सांझ हो चली,
मुरझाने लगी हर कली कली ,
पनघट सूना आ अब रात गुजारे ,
आजा रे.. आजा रे..आजा रे..
वो चाँदनी फ़िर इक रात आये ,
जुगनू भी चमके और सितारे ,
फ़िर से मिलन हो नदिया किनारे,
आजा रे..आजा रे..आजा रे ..
धड़कन मेरी तुझको पुकारे ,
आजा रे..आजा रे..आजा रे..
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