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Pradeep Rajput "Charaag"

Romance

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Pradeep Rajput "Charaag"

Romance

धड़कन मेरी तुझको पुकारे

धड़कन मेरी तुझको पुकारे

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धड़कन मेरी तुझको पुकारे , 

आजा रे..आजा रे..आजा रे..


लगता नहीं दिल तेरे बिना रे, 

लगने लगे हम जैसे बे-सहारे , 

आजा रे..आजा रे..आजा रे..


जिस कश्ती को लेकर निकले, 

अब तो वो मंज़िल गले मिले , 

हम राह कबसे उसकी निहारे , 

आजा रे..आजा रे..आजा रे..


दिन डूबकर अब सांझ हो चली, 

मुरझाने लगी हर कली कली , 

पनघट सूना आ अब रात गुजारे , 

आजा रे.. आजा रे..आजा रे..


वो चाँदनी फ़िर इक रात आये , 

जुगनू भी चमके और सितारे ,  

फ़िर से मिलन हो नदिया किनारे, 

आजा रे..आजा रे..आजा रे ..


धड़कन मेरी तुझको पुकारे , 

आजा रे..आजा रे..आजा रे..


                  

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