तू कर हिम्मत
तू कर हिम्मत
तू चाहे तो छू ले आसमां ,
तू चाहे तो पा ले हर मुकाम ,
हक़ तेरा भी है आज़ादी का ,
नहीं कारण तू किसी बर्बादी का ।।
तुझ में भी है इतना बल ,
बदल सकती है तू भी अपना कल ,
तू कर हिम्मत और कदम बढ़ा ,
देख तेरा आत्मविश्वास तेरे संग है खड़ा ।।
जाने क्यूँ है तू इतनी सहमी ,
जब ना बरते कोई तुझ से रहमी ,
तू भी उठ और इन्हें दिखा ,
शर्म हया में आखिर क्या है रखा ।।
जिसने लड़ी खुद अपनी लड़ाई ,
हर कदम पर उसने कामयाबी पाई ,
मत छोड़ तू अपना संघर्ष अधूरा ,
जल्द ही होगा तेरा भी सपना पूरा ।।