चल पड़े हैं ये कदम....
चल पड़े हैं ये कदम....
ख्वाहिशों का ले के दम, चल पड़े हैं ये कदम,
है कसम हमें कि अब ख्वाहिशों को पाना है,
मुश्किलें हज़ार हों, पर कम नही रफ़्तार हो,
है कसम हमें कि अब आगे बढ़ते जाना है,
मंजिलों पे हो नजर, भटके ना कदम डगर,
हौसलों का दीप दिल मे, हर घड़ी जलाना है,
है कसम हमें..................
ईर्ष्या ना किसी से हो, हृदय भरा खुशी से हो,
खुशियो के ही गीत सदा,"साथी" गुनगुनाना है,
है कसम हमें..................
बुलन्दियों का ख्वाब हो, दिल में जलती आग हो,
कि बुलन्दियों पे नाम अपना हमको अब लिखाना है,
है कसम हमें...................
ख्वाहिशों का ले के दम, चल पड़े हैं ये कदम,
है कसम हमें कि अब ख्वाहिशों को पाना है,
