जिंदगी का कारवां
जिंदगी का कारवां
हमें तो बस
चलते रहना है।
गिरकर उठना
उठकर चलना है।
हादसे जिंदगी के
सहते रहना है।
मुस्कुराते हुए
बढ़ते रहना है।
चाहे राह पथरीली
हो या कंटीली हो।
दर्द सहके पैरों से
उसे दलना है।
तेरे गिरने फिसलने
पर हंस देगें।
उनकी इन बातों पर
असर न करना है।
अविरल जीवन की
धारा में बहते रहना है।