आओ देश बनाएं
आओ देश बनाएं
आओं देश बनाएं
प्रगति की राह दिखाए
एक अच्छा समाज बनाये
हो अगर शोषण किसी का
तो मिलकर आवाज उठायें।
सोचते है आज सब करके दिखाएंगे
गंदगी भरी समाज भगाएंगे
एक अबला लुट जाती बाजार में
मदद को उसकी उठेंगे हाथ उठाएंगे
मर जायेगी जो कहते कहते भात
हम देखते सिर्फ न रहेंगे
आंखों का पानी न मर जायेगा।
सामने हमारे एक किसान
न आत्महत्या कर जायेगा
हम दर्शायेंगे सहानुभूति
और घड़ियाली आंसू न बहायें
एक अच्छा समाज बनाये
गे
हो अगर शोषण किसी का
तो मिलकर आवाज उठायें
हम पीड़ा किसी की समझे
किसी को इंसाफ दिलायें
दुहाई समाज की देने वाले
को संग संग चलाये
खुद विमुख समाज से न हो जाये
लेकिन न बटकर हम जाति धर्म में
वसुधैब कुटुम्ब ही फैलाएं
अत्याचारी का साथ न दे
एक अच्छा समाज बनाये
हो अगर शोषण किसी का
तो मिलकर आवाज उठायें
रोज हम कहते रहे
एक अच्छा समाज बनाये
हो अगर शोषण किसी का
तो मिलकर आवाज उठायें।