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राजकुमार कांदु

Inspirational

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राजकुमार कांदु

Inspirational

इक दीप जलाओ उनकी खातिर

इक दीप जलाओ उनकी खातिर

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आज दिवाली है हर घर में

छलक रही खुशहाली है

देश में कुछ घर ऐसे भी हैं

जिनकी रातें काली हैं ,

बैठे हैं महफूज घरों में

हम त्यौहार मनाते हैं

याद करो कुछ उनकी जो

खुद न्योछावर हो जाते हैं ,

देश में है दिवाली

वो सीमा पर खेल रहे हैं होली

नकली बम फूटते है यहाँ

वो झेल रहे हैं असली गोली ,

रहे सलामत देश हमारा

वो सर्वस्व लुटाते हैं

हित मित्र सब भूल सदा ही

देश प्रेम धुन गाते हैं ,

ऐसे वीर जवानों को हमें

याद सदा ही रखना है

देश समस्त है संग तुम्हारे

परिजनों से यह कहना है ,

जगमग करते दीप जलाओ

खूब त्यौहार मनाओ तुम

याद हमेशा उनको रखना

क़ुरबानी भूल न जाओ तुम ,

हंसते हंसते ये जवान

सीमा पे शहीद हो जाते हैं

इसीलिए महफूज हैं हम

और हर त्यौहार मनाते हैं ,

दे दी जान जिन्होंने अपनी

हम सबकी खुशियों की खातिर

याद करो उनको भी तुम,

इक दीप जलाओ उनकी खातिर 

इक दीप जलाओ उनकी खातिर ।


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