किसान की खुशी
किसान की खुशी
खेत में खुशी का बीज बोना होता है !
देखभाल के लिए, वहीँ खोना होता है !
बच्चों की तरह इन्हें पालता, पोसता !
इनके अलावा, न किसी की सोचता !
चाहे तेज़, बारिश हो या धूप !
इनके लिए भुल जाता, अपना सुख - दुख !
मेहनत का पसीना, दर्द के आंसू !
यह पौछ कर, भूल जाता है !
मगर, कौन है वो ?
जिसके कारण, यह व्यक्ति जीना छोड़ देता है !?
बस इसके बारे में ही सोचता है !?
जनाब !!
यह एक किसान का,
गेंहू नहीं,
सोना होता है !!