क्या यही वो संसार है ?
क्या यही वो संसार है ?
क्या यही वो संसार है ?
जहाँ माँ पार्वती ने,
शिव को पाने के लिए,
हजारों वर्ष इंतजार किया है।
क्या यही वो भूमि है ?
जहाँ भगवान विष्णु ने,
श्री कृष्ण का अवतार लेकर,
खूब रास रचाया है।
क्या यही वो युग है ?
जहाँ श्री राम ने,
लंकेश्वर रावण का संहार कर,
मनुष्य को अच्छाई का राह दिखाया है।
क्या यही वो जगह है ?
जहाँ श्री गुरु नानक देव जी ने,
सच्चाई और मानवता का,
पाठ पढ़ाया है।
क्या यही वो धरती है ?
जहाँ सिक्खों ने,
अपने कौम की रक्षा के लिए,
बलिदान का रक्त बहाया है।
क्या यही वो पृथ्वी है ?
जहाँ यीशु ने,
धर्म की रक्षा के लिए,
क्रूस पे खुद को घायल करवाया है|
क्या यही वो संसार है ?
जहाँ ऋषि मुनियों के धर्म ने, अधर्म को,
हराया है।
क्या यही वो संसार है ?
जहाँ सिध्दांत वादी शक्ति ने,
मनुष्य को न्याय और
सच्चाई का राह दिखाया है।
पर, पता नहीं, यह संसार
किस राह पर चल आया है।
एक बार आँखें खोल के देखो,
इस दुनिया में, जहाँ,
पाप, अन्याय, अधर्म और निर्दयता ने,
अपना पैर पसराया है।