कुर्सी का किस्सा ! कुर्सी का किस्सा !
नारी तू नारायणी तू ही काली कल्याणी नारी तू नारायणी तू ही काली कल्याणी
तू एक नारी है, अपनी कीर्ति दिखा तू बढ़, आगे निकल, उदहारण बन...! तू एक नारी है, अपनी कीर्ति दिखा तू बढ़, आगे निकल, उदहारण बन...!
मौन में बहुत शक्ति है हमारी शापित जुबां से कहीं ज्यादा। मौन में बहुत शक्ति है हमारी शापित जुबां से कहीं ज्यादा।
मैं आधुनिक युग की नारी हूँ ! मैं आधुनिक युग की नारी हूँ !
मेरे बढ़ते कदम...। मेरे बढ़ते कदम...।