इस देश में चारों ओर इस देश में चारों ओर
हर युद्ध में जितने वाली, दुश्मनों को हराने वाली, आज की नारी, स्वतंंत्र नारी ! हर युद्ध में जितने वाली, दुश्मनों को हराने वाली, आज की नारी, स्वतंंत्र ना...
घर के साथ काम संभाला तूने बच्चो पर भी प्यार लुटाया है मकान को घर बनाया तूने खुशियाँ बाँट कर जीना तून... घर के साथ काम संभाला तूने बच्चो पर भी प्यार लुटाया है मकान को घर बनाया तूने खुशि...
जीते जी मरे जो लोग उन बेगुनाहों के हत्यारे ...कौन? जीते जी मरे जो लोग उन बेगुनाहों के हत्यारे ...कौन?
माँ! बस्ते के बोझ तले मेरा बचपन दब रहा है, माँ! बस्ते के बोझ तले मेरा बचपन दब रहा है,
द्वापर युग में द्रौपदी का भरी सभा में हुआ चीर हरण l द्वापर युग में द्रौपदी का भरी सभा में हुआ चीर हरण l