तू और मैं
तू और मैं
तू बाती, मैं ज्योति,
मैं बूंद, तू समुंदर,
तू कपाल, मैं बिंदी,
मैं धरती, तू सूरज,
तू शिखर, मैं तलहटी,
मैं फूल, तू महक,
तू चांद, मैं चांदनी,
मैं सुर, तू पूरा गीत,
तू प्रीत, मैं मीत,
मैं बारिश, तू बादल,
तू सोच, मैं कहानी,
मैं शब्द, तू किताब,
तू घर, मैं आंगन,
मैं चुप, तू बोल बोल,
तू प्रकाश, मैं बिजली,
मैं भूल, तू सच्चाई,
तू सांस, मैं जीवन,
मैं क्षण, तू अमर्याद,
तू मधुमक्खी, मैं शहद,
जब दोनों मिलें,
तू और मैं एक हुए ......

