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Vijay Patil

Inspirational

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Vijay Patil

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दिल तो जोड़ो

दिल तो जोड़ो

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मजहब जब स्वार्थ के रास्ते चले,

मंदिर हो या मस्जिद - हैं टूटने ही वाले,

भगवान हो या खुदा दोनों हैं रोने वाले

जब बना नहीं सकते,

क्योंकर तुले हो तोड़ने ?

चलो नये साल में कम से कम -

दिल जोड़ने का काम करें?



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