तुम्हारे गम..
तुम्हारे गम..
तुम्हारे ग़म से तौबा कर रहा हूँ
तअ'ज्जुब है मैं ऐसा कर रहा हूँ ॥
कोई तितली निशाने पर नहीं है
मैं बस रंगों का पीछा कर रहा हूँ ॥
मैं रस्मन कह रहा हूँ ''फिर मिलेंगे''
ये मत समझो कि वादा कर रहा हूँ ॥
तुम्हारे ग़म से तौबा कर रहा हूँ
तअ'ज्जुब है मैं ऐसा कर रहा हूँ ॥
कोई तितली निशाने पर नहीं है
मैं बस रंगों का पीछा कर रहा हूँ ॥
मैं रस्मन कह रहा हूँ ''फिर मिलेंगे''
ये मत समझो कि वादा कर रहा हूँ ॥