तुम जो मेरे साथ सफ़र में थी
तुम जो मेरे साथ सफ़र में थी


तुम्हारे साथ बीते चंद लम्हों में,
तुम्हें अपना राज़दार
बना लेने के बाद,
मैंने तय किया है !
तुम जो मेरे साथ
सफ़र में थी,
अब मेरे अंतर्मन में,
मेरी राज़दार रहोगी,
आजीवन !
संवादहीन न रहेंगे!
होगा वह मुझसे और
मेरे भीतर तुम से।
बंजारा हूँ,
सफ़र भी करूँगा,
अभी अंतर्मन खोल देता हूँ,
कि याद करता हूँ तुम्हें,
मैंने तय किया है !
अब न खोलूँगा
हर सफ़र में,
साथी हैं, साथी रहेंगे,
पूर्व में सजीव थे,
अब हृदयी रहेंगे।
तुम्हारे साथ बीते
चंद लम्हों में,
तुम्हें अपना राज़दार
बना लेने के बाद,मैंने
आज यह तय कर लिया है।