सत्य और सूर्य
सत्य और सूर्य
वे समझ रहे थे अस्त हो रहा है सत्य,
किन्तु भूल गए वे,
सत्य हो परेशान,
हो अस्त,
किन्तु होता सूर्य के समान ही,
उसे उदय होना होता है,
और वह
होता ही है।
वे समझ रहे थे अस्त हो रहा है सत्य,
किन्तु भूल गए वे,
सत्य हो परेशान,
हो अस्त,
किन्तु होता सूर्य के समान ही,
उसे उदय होना होता है,
और वह
होता ही है।