टूट जाए ना सब्र कहीं
टूट जाए ना सब्र कहीं
एक बार आकर फिर चले जाना
प्यार ना हो तो हमें तुम भुलाना
इंतजार तेरा मुझे सदियों से हैं
जमाने को भी यह खबर है
टूटता नहीं है चाहकर भी अब
मेरा प्यार का ऐसा ही सबर है
हाथों में तेरा हाथ एक बार दे दे
जिंदगी नही तो साथ एक बार दे दे
टूट रहा है आखरी सब्र भी
इंतजार तो सदियों से किया है
तूने तो सिर्फ वक्त दिया था
मैंने तो तुझे अपना दिल दिया है
तेरा वक्त भी कीमती था
मेरा दिल भी कुछ कम नहीं है
भले तू नहीं है आस पास मेरे पर
तू बसा इसी दिल में कहीं है
तू आएगा तो मैं भी आऊंगी
तू जो चाहे मैं भी वही चाहूंगी
दिल पत्थर तेरा जो ना पिघला
मै मोम बनकर जल जाऊंगी
बस अब सब्र ना टूट जाए कहीं
भरोसा ही दिला कर चले जाना
फिर नहीं बुलाऊँगी तुम्हें पास
बस एक बार आकर चले जाना।