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Shaheer Rafi

Drama Others

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Shaheer Rafi

Drama Others

टेक्नोलॉजी

टेक्नोलॉजी

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डिजिटल युग के लोग हो तुम, मोबाइल तुम्हारा धाम है,

सब से नाता तोड़ चुके हो, बस फ़ेकबुक में नाम है ।


तुम टिक-टॉक के अभिनेता, तमाशा तुम्हारा आम है,

फ़िल्मी पागलपंती है कैसी, यह कैसा संग्राम है ।


तुम्हारे ठाट - बाट से, भर चुका सारा इंस्टाग्राम है,

डीपी का हीरो हीरालाल, मोहल्ले का घनश्याम है ।


पब - जी के खिलाड़ियों का, मचा बड़ा कोहराम है,

वक़्त की फ़िकर है किसको, चिकन डिनर का इनाम है ।


डेटा के भाव सस्ते हैं भैया, महेंगे सब्जी के दाम हैं

,

अमीरों का वैभव बढ़ता जाए, ग़रीब बोले राम राम है ।


यू ट्यूब पे गाने, मनोरंजन, और हास्य मिलता तमाम है,

बचपन से चश्मे हैं लगते, यह इसका अंजाम है ।


सेल्फी, पेल्फी की नौटंकी, यही तुम्हारा काम है,

तरह - तरह के चेहरे बनाना, कब तुम्हें आराम है ।


किंडल, विकिपीडिआ आदि, अब पढ़ाई के मक़ाम हैं,

लाइब्रेरी अब कौन जाता है, अब किताबें बदनाम हैं ।


तकनीकी रोबोट बन गए, सोशल मीडिया के ग़ुलाम हैं,

इंटरनेट के भक्त हैं सारे, दर्शन करते सुबह शाम हैं ।


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