Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Omdeep Verma

Romance

5.0  

Omdeep Verma

Romance

तेरा दीदार

तेरा दीदार

1 min
430


उतनी ही मोहब्बत है तुमसे 

बस तुम्हें ऐतबार हो जाए ।

तुम्हारी राह देखता रहता हूं 

काश ! तुम्हारा दीदार हो जाए।


मैं आज भी वहीं हूं 

जहां तू मुझे छोड़ गई थी। 

करके वादे जन्मों के 

नाता पलों में तोड़ गई थी। 


भूलाकर तुम्हारी गलतियों को 

तुम्हारे इंतजार में हूं।

आकर निकाल ले मुझे 

फँसा मझंधार में हूं।


पहले की तरह फिर से 

दोनों के एक विचार हो जाए।

तुम्हारी राह देखता रहता हूं 

काश ! तुम्हारा दीदार हो जाए।


पलभर भी दूर ना रह पाता था 

ना जाने कितने वर्ष अकेले गुजारे मैंने। 

जो तेरे लिए तोड़कर लाने की कहता था 

वो एक-एक गिने है तारे मैंने। 


भर आती हैं आंखें मेरी 

जब याद तुम्हारी आती है। 

तुम्हारी मीठी बातों की कसक 

रह-रहके मुझे सताती है। 


मिटा दे दूरियां इससे पहले 

की जमाना बनकर खड़ी दीवार हो जाए। 

तुम्हारी राह देखता रहता हूं 

काश ! तुम्हारा दीदार हो जाए।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance