ताटक छंद 16/14
ताटक छंद 16/14
जागो सारे छोड़ गुलामी, तोड़ सभी जंजीरों को।
आओ मिलकर साथ बनाये, किस्मत थाम लकीरों को।।
अब तेरी भी बारी आई, डरना मत अंगारों से।
डटकर लड़ना होगा तुमको ,जूझ सभी ललकारो से।
तेरे हाथों में है सब कुछ, कोस नहीं तकदीरों को।
जागो सारे छोड़ गुलामी, तोड़ सभी जंजीरों को।।
