श्री गणेशा
श्री गणेशा
हे नाथ गणनायक नमन है,
वंदना करूँ कामना!
सुत शंकरा गणराय तुम हो,
कष्ट हरकर थामना!!
तुम देवता पूजन प्रथम हो,
पूर्ण करना प्रार्थना!
बल बुध्दि देना देव मेरे,
शुद्ध करना भावना!!
गणदेव श्री गणनायका
हे विघ्न हर्ता तार दो!
मूषक चढ़ो वाहन सदा ही,
दैत्य मन का मार दो!!
हो सिद्धि तुम लम्बोदरा,सब
पुण्यता को वार दो!
मोदक चढाऊँ द्वार तेरे,
पाप को संहार दो!!
मम लेखनी चलती रहे
नित गर्वीते सम्मान दो!
सुर साधना मैं कर सकूँ
संगीत का वरदान दो!!
तुम हो गणेशा ज्ञान दाता
ज्ञान का भंडार हो!
तुमसे अजय का मान है
तुम ही सकल संसार हो!!