सुपर हीरो
सुपर हीरो
सुपर हीरो
सहेज रख्खी हैं मैंने
अब भी आपकी वो स्मृतियां
मुझे गोद में उठाना
कभी घोड़ा बन जाना
पार्क में घूम आना
वो तितली,वो फूल,
वो गुड़िया,वो
चॉकलेटस सब कुछ मेरी
ज़िद पर दिलाना
ठीक वैसे ही सहेजी हैं जैसे एक
चिड़िया सहेजती है अपने अंडों को
मैंने अब भी याद कर रखीं हैं
आपकी वो सारी बातें,
कहावतें जैसे एग्जाम में
याद करती थी हिंदी की कविताएं
मेरे दिल के कागज़् पर आपकी
कही गई हर बात अक्षर स:
अब भी अंकित है
मैंने संभाल कर रखी है उन्हें
खूबसूरत इत्र दानी की तरह
जिसे मैं जब भी खोलती हूं आपके
अपनेपन की खुशबू निकलती है
क्या हुआ जो आप नहीं हो
आज भी आप मेरी हिम्मत हो,
विश्वास हो, मेरे दिल का एहसास हो,
आप मेरे दिल का सुकून, मेरा चैन हो
पापा आज भी आप मेरे स्पाइडर-मैन हो।
