सुनाने दो
सुनाने दो
मुस्कुराकर गले लगाने दो
इक ज़रा मुझको पास आने दो !!
तुझको अपने करीब जाना है
और अपने करीब आने दो !!
इक कहानी छुपी मुझमें भी
तुम सुनो और मुझे सुनाने दो !!
अब तो दूर वो चला गया होगा
अब न रोओ उसे तुम जाने दो !!
जान-पहचान ज़रा-सी रख लो अगर
यूँ न झिझको हाथ मिलाने दो !!
रात कई बार यूँ भी देखा तुझे
चाँद को बदरी में समाने दो !!
काहे गलते हो मुहब्बत में ग़ाफ़िल
उसको खुद को रास आने दो !!