तुम भौतिकी मेरे जीवन की
तुम भौतिकी मेरे जीवन की
मैं टर्मिनल तेरे आवेशों का,
तुम कुंजी मेरे परिपथ की।
मैं बहता हुआ धारा का प्रवाह,
तुम एम्पियर मेरे आवेग की।
मैं विद्युत उत्सर्जी डेयनमो सा,
तुम संचित ऊर्जा बैट्री की।
मैं व्याख्याता ऊर्जा सरक्षंण का,
तुम भौतिकी मेरे जीवन की।