डॉ अशोक गोयल "अशोक " डॉ अशोक गोयल "अशोक "
जान-पहचान ज़रा-सी रख लो अगर यूँ न झिझको हाथ मिलाने दो !! जान-पहचान ज़रा-सी रख लो अगर यूँ न झिझको हाथ मिलाने दो !!
मेरा अतीत मुझे खींच लेता है सुनो कुछ बुरी यादो की वजह से मैं नहीं बिगाड़ना चाहता तुम्हारी ज़िन्दगी... मेरा अतीत मुझे खींच लेता है सुनो कुछ बुरी यादो की वजह से मैं नहीं बिगाड़ना चाहत...
कहाँ मिलती है हर एक को क़ामिल मोहब्बत हर क़तरा-ए-दरया की, कहाँ तक़दीर गुहर है कहाँ मिलती है हर एक को क़ामिल मोहब्बत हर क़तरा-ए-दरया की, कहाँ तक़दीर गुहर है
एक शायर से कभी मिलो तो जानो कि ज़िन्दगी रूमानी शायरी ही नहीं तन्हाई भी हैं एक शायर से कभी मिलो तो जानो कि ज़िन्दगी रूमानी शायरी ही नहीं तन्हाई भी हैं
तुम जो बस गये थे ख़ुशबू बनकर और मैं थी सराबोर तुम्हारी ख़ुशबू में। तुम जो बस गये थे ख़ुशबू बनकर और मैं थी सराबोर तुम्हारी ख़ुशबू में।