हो लाल रंग से रंगा सहन , नफरत हो घुली फिजाओं में। बिखरे हों जीवन की किताब , के पन्ने अगर हव... हो लाल रंग से रंगा सहन , नफरत हो घुली फिजाओं में। बिखरे हों जीवन की किताब ...
कहाँ मिलती है हर एक को क़ामिल मोहब्बत हर क़तरा-ए-दरया की, कहाँ तक़दीर गुहर है कहाँ मिलती है हर एक को क़ामिल मोहब्बत हर क़तरा-ए-दरया की, कहाँ तक़दीर गुहर है