alok singh is Published author of two Poetry collections. he is a owner of a company and also runs his own Radio Channel " Radio Alok Suno Dil Se...
आपने सोचा है इतने ख़तरों के बावजूद वो सिर्फ उपेक्षा और शोषण का ही शिकार होता है आपने सोचा है इतने ख़तरों के बावजूद वो सिर्फ उपेक्षा और शोषण का ही शिकार होता है
किसी रोज़ रेल से सफर कीजिये, भरोसा घड़ी भर में हर कहीं है। किसी रोज़ रेल से सफर कीजिये, भरोसा घड़ी भर में हर कहीं है।
जिससे कि इस मुश्किल दौर में दोनों की तरफ एक साझा पहल हो और दबाव भी कम हो। जिससे कि इस मुश्किल दौर में दोनों की तरफ एक साझा पहल हो और दबाव भी कम हो।
डैडी अब मम्मी की तरफ देखकर मुस्कुरा रहे थे। डैडी अब मम्मी की तरफ देखकर मुस्कुरा रहे थे।
अख़बार के पन्ने पलटते हुए शर्मा जी मुस्कुरा रहे थे और सोच रहे थे की क्या रंग भेद सिर्फ प अख़बार के पन्ने पलटते हुए शर्मा जी मुस्कुरा रहे थे और सोच रहे थे की क्या रंग भेद ...
मस्त खिड़की खोलकर उमस और भूत दोनों को मुँह चिढ़ाकर सो गये। मस्त खिड़की खोलकर उमस और भूत दोनों को मुँह चिढ़ाकर सो गये।