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Dr. Anu Somayajula

Romance

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Dr. Anu Somayajula

Romance

सजग मन

सजग मन

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प्रिय डायरी,

जो जिया गया

इतिहास था,


जो जिया जा रहा है

एक समझौता है

अशरीरी है कल

जो जिया जाना है।


व्यर्थ है बहस-

इतिहास की आवश्यकता पर,

समझौतों की अनिवार्यता पर;

कुछ नहीं होना है

उसको ढोने से या

इसको रोने से


हमारे हक में बनता है सहेजें

कल के लिए-

‘दो पनीली आंखें, एक सजग मन।


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