J P Raghuwanshi

Tragedy

4.0  

J P Raghuwanshi

Tragedy

सिनेमा

सिनेमा

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हो रयें है,सब मतवारें।

सिनेमा ने मोड़ा बिगारे।


बारह बजे तक वे जागत हैं।

राजश्री,गुटका वे,फाकत हैं।

देखे न जावें नजारे,सिनेमा ने मोड़ा बिगारे।

हो रयें है-------


आठ बजे वे सो के उठत हैं।

बिस्तर पै बैठे-बैठे चाय पियत हैं।

नियम धरम छूट गये,सारे,सिनेमा ने मोड़ा बिगारे।

हो रयें है-------


बचपन से इन खों लग गई बीमारी।

कंचन सी काया इन ने बिगारी।

दु:ख तो टरत नैया टारे, सिनेमा ने मोड़ा बिगारे।

हो रयें है------


हो रयें है सब मतवारें।

सिनेमा ने मोड़ा बिगारे।।



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