शब्द
शब्द
शब्द से खुशी, शब्द से गम।
शब्द से पीडा़, शब्द है मरहम।।
शब्द भर दे जोश, शब्द कर दे मदहोश।
शब्द कर दे पागल, शब्द कर दे घायल।।
शब्द दे वे शान्ति, शब्द दे वे अशातिं।
शब्द दे आशा, शब्द दे वे निराशा।।
शब्द फूकें जान, शब्द जगाए अरमान।
शब्दों से बढ़े मान, शब्द दिखावें अभिमान।।
रच दें इतिहास शब्दों में है वो ताकत।
शब्दों के कारण तो रच गई थी महाभारत।।
शब्द बने गीता, कुरान और गुरूवाणी।
शब्दों की महिमा, हर काल खण्ड ने मानी।।
तलवारों से ज्यादा धार है शब्दों में।
सुदर्शन चक्र से ज्यादा वार है शब्दों में।।
सब कुछ लुटने का अहसास है शब्दों में।
सबको लूटने का अभिमान है शब्दों में।।