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Indraj meena

Drama

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Indraj meena

Drama

शाहीबाग के आशियाने में

शाहीबाग के आशियाने में

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शाहीबाग के आशियाने में

अक्सर मैं मेरी तन्हाइयों से

कुछ गुफ्तगू कर लेता हूं

साबरमती के इस साहिल पर

मैं बैठा अकेला ही

कुछ तस्वीरों से अपनी

कविता बयां कर लेता हूं।

सामने की शाही सड़क पर

सर्किट हाउस के सामने

गगनचुंबी इमारतों के नीचे

सुबह की सैर में

मैंने रईशों के बेसहारे

पालकों को अक्सर

फटी चादर मैले कपड़ों में

निद्रा में ठिठुरते देखा है

रिलायंस स्टोर की छूट में

खुदरा विक्रेताओं का

दम घुटते देखा है।







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