STORYMIRROR

Rajit ram Ranjan

Tragedy

1  

Rajit ram Ranjan

Tragedy

सब रिश्ते यहाँ नाम के हैं

सब रिश्ते यहाँ नाम के हैं

1 min
616


मैंने कभी सोचा भी

नहीं था कि ऐसा भी होगा

जिसे सच्चे दिल से चाहा

वही धोखा देगा।


वैसे तो सब रिश्ते यहाँ

नाम के हैं,

बस एक अपना ही

सहारा था।


तन्हा दिल मेरा आवारा था,

मजनू बन फिरता,

अज़नबी से इस सफर में।


बड़ा फ़र्क़ होता है

यहाँ नजर-नजर में

मैंने कभी ऐसा

सोचा भी नहीं होगा,


जिसे सच्चे दिल से चाहा

वही धोखा देगा।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy