सैनिक वीर गाथा
सैनिक वीर गाथा
हम सोये चैन की नींद
वो सीमा पर जागे,
देख के उनकी हिम्मत,
मुश्किलें भी डर के भागे,
आने वाले हर संकट के आगे
खड़ा जो बन चट्टान है,
वो मेरे देश का जवान है ।
हे जवान तुझे सलाम !
हे जवान तुझे सलाम !
देश के भीतर हो या सीमा पर,
रहते हरदम तैयार,
सुरक्षा को देशवासियों की,
समझा कभी ना भार,
अपना कर्तव्य निभाते हुए,
सहता जो कष्ट महान है,
वो मेरे देश का जवान है ।
हे जवान तुझे सलाम !
हे जवान तुझे सलाम !
बीहड, बर्फीले ग्लेशियर,
कभी मरूस्थल जिसका घर है,
गर्मी, सर्दी, धूप, बरसात से
नहीं जिस को कोई डर है ,
भारत माता का सच्चा सपूत,
जो मातृभूमि की शान है,
वो मेरे देश का जवान है ।
हे जवान तुझे सलाम !
हे जवान तुझे सलाम !
हर सैनिक को जान से ज्यादा,
अपने वतन से प्यार है,
इसकी आन की खातिर,
हरदम मिटने को तैयार है ,
देश के लिए शहीद होना,
जिसका इकलौता अरमान है,
वो मेरे देश का जवान है ।
हे जवान तुझे सलाम !
हे जवान तुझे सलाम !
तुम्हारी देशभक्ति को नमन,
बहादुरी को सलाम ,
मेरे देश के रखवाले,
कोटि- कोटि तुझको प्रणाम,
गर्व है हमें जिस पर *रेखा*,
जो हमारा अभिमान है,
वो मेरे देश का जवान है ।
हे जवान तुझे सलाम !
हे जवान तुझे सलाम !
