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S Ram Verma

Romance

3  

S Ram Verma

Romance

सांसों की ऊष्मा है !

सांसों की ऊष्मा है !

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तुम्हारी सांसो ने 

मेरे कहे एक-एक 

शब्द में ऊष्मा भर दी !

 

वो सारे शब्द तुम्हारी 

सांसों की ऊष्मा पाकर 

अमर हो गए !


वो शब्द फिर मुझे 

और शब्दों से ज्यादा 

प्रिय हो गए थे !


अब मैं घिसता हूँ  

उन तुम्हारी ऊष्मा 

पाए शब्दों को अपनी

इन दोनों हथेली पर ! 


इस उम्मीद में की 

वो मेरी इन हथेलियों 

में एक नयी भाग्य रेखा 

बनकर उभरेंगे ! 


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