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साहसी विचार

साहसी विचार

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बिन रूके समुंदर,

पार करने का,

हौसला एक दिन,

कामयाबी की, मिसाल बनेगा।


सोच औरों को, सुख देने की,

कभी न कभी, सच्चे पथ पर,

ऊँचे मकाम, हासिल करायेगी।


कमजोर कभी भी,

ना समझना खुद को,

वरना बड़ी से बड़ी,

जीत हार में बदल जाएगी।


हे मानव तू खुद को,

समझना ईश्वर,

तेरी समझ ही एक दिन,

अंधविश्वास मिटायेगी।


हर सपने साकार होंगे ही,

यह सोचकर सारी जिंदगी भर,

सुनहरे पल खोना मत,

वसुंधरा के खजाने से।


ईमान ना बेचना,

मान समझना,

अय्यासी का कदम,

उठाना मत।


दुश्मन को भी,

सीने से लगाना ना भूलना,

अंधेरे में राह,

पाने की उम्मीद भी,

करना मत।


सुरज बन जाना,

अंधेरे से युद्ध करना,

बिना परिश्रम किए,

कभी भी हार मान मत।


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