गैरों पर भरोसा करूँ भी तो कैसे, जब मुझको मेरे अपने ही ठगने लगते है...! गैरों पर भरोसा करूँ भी तो कैसे, जब मुझको मेरे अपने ही ठगने लगते है...!
कुरुपता में रुपता, भी होती है कहीं, तुमको बस सोचना, है देखना कहाँ...! कुरुपता में रुपता, भी होती है कहीं, तुमको बस सोचना, है देखना कहाँ...!
कुछ पल मौन तो कुछ पल हँसी कुछ पल खुशी के साथ बिताएं चलो सब मिलकर एक विचार बनायें ! कुछ पल मौन तो कुछ पल हँसी कुछ पल खुशी के साथ बिताएं चलो सब मिलकर एक विचार ...
वो साथ मेरे चलता है, वो साथ मेरे रहता है, देखो इसको ज़रा गौर से ! वो साथ मेरे चलता है, वो साथ मेरे रहता है, देखो इसको ज़रा गौर से !
अब जो अकेले पड़े तो रिश्तों का मोल समझ आया! अब जो अकेले पड़े तो रिश्तों का मोल समझ आया!
बिना परिश्रम किए, कभी भी हार मान मत। बिना परिश्रम किए, कभी भी हार मान मत।