रूठ के मुझसे चाहे रह लो
रूठ के मुझसे चाहे रह लो
रूठ के मुझसे चाहे रह लो।
बुरा बहुत हूं बेशक कह लो।
भाव नहीं है उर में मेरे।
छोड़ो इस धोखे में रहना।
प्रेम नहीं है मुझको तुमसे।
आज कहा है फिर मत कहना।
कैसे तुमने जान लिया है।
प्रेम नहीं पहचान लिया है।
जिक्र नहीं करते बातों में।
भ्रांति यही क्या मान लिया है।
सही नहीं है किसी और की।
सुनकर के बातों में बहना।
प्रेम नहीं है मुझको तुमसे।
आज कहा है फिर मत कहना।
कुछ पल का संसार नहीं है।
होना तो उद्धार नहीं है।
करते सब जो कर लूं मैं भी।
दो दिन वाला प्यार नहीं है।
अपना कल सुखदायी होगा।
आज समझ ना इसको सहना।
प्रेम नहीं है मुझको तुमसे।
आज कहा है फिर मत कहना।
चलो ठीक ये माना हमने।
खुद को ही पहचाना हमने।
झूठ मूठ का कभी नहीं ही।
हाल तुम्हारा जाना हमने।
सर कलम करो हथियार उठा।
और कोई है अगर वजह ना
प्यार नहीं है मुझको तुमसे।
आज कहा है फिर मत कहना।