जब कोई स्वर्ग सिधार जाता, उसके चार साल बाद उसका श्राद्ध आता, श्राद्ध की उत्पत्ति,श्रद जब कोई स्वर्ग सिधार जाता, उसके चार साल बाद उसका श्राद्ध आता, श्राद्ध की उत...
हर भक्त तुझे माँ अपने हृदय से रहा अब पुकार, हर भक्त तुझे माँ अपने हृदय से रहा अब पुकार,
संसार का उद्धार करने जिसने था अवतार लिया नाश कर के अधर्म का धर्म का प्रचार किया संसार का उद्धार करने जिसने था अवतार लिया नाश कर के अधर्म का धर्म का प्रचार कि...
मेरी कविता तुम बन जाओ इतना बस कर दो उपकार मेरी कविता तुम बन जाओ इतना बस कर दो उपकार
इस जग का उद्धार करो माँ, रक्तबीज संहार करो माँ। इस जग का उद्धार करो माँ, रक्तबीज संहार करो माँ।
मन शुद्ध हो, श्रमणमात्र से ही भाग जाती तृष्णा विषयों की! मन शुद्ध हो, श्रमणमात्र से ही भाग जाती तृष्णा विषयों की!