STORYMIRROR

Vijay Kumar parashar "साखी"

Abstract

3  

Vijay Kumar parashar "साखी"

Abstract

मां से पुकार

मां से पुकार

1 min
400

माँ इस नवरात्रि पर 

कोरोना का कर दे संहार

हर भक्त तुझे माँ अपने

हृदय से रहा अब पुकार,

अब हम भूर्ण हत्या नही करेंगे

बेजुबान को क़त्ल नही करेंगे

मांगते है माफी गुनाहों की,

रहम कर भी दे 

ओ ममतामयी मां,

हम इंसानो का कर दे,तू उद्धार



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract