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अरविन्द त्रिवेदी

Inspirational

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अरविन्द त्रिवेदी

Inspirational

राम

राम

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राम को राम ही मात्र जीते रहे

वेदना का गरल नित्य पीते रहे

त्याग वैभव वनों में भी सुख पा लिया -

ताज पाकर सुखों से वो रीते रहे ।।


   


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