हम भी जीते जाते। कुछ भी हाथ न आता। हम भी जीते जाते। कुछ भी हाथ न आता।
त्याग वैभव वनों में भी सुख पा लिया - त्याग वैभव वनों में भी सुख पा लिया -
तुम हुए मुझमें यूँ विलय हर भाव तुम्हीं से बोऊँ, मैं, तुम हुए मुझमें यूँ विलय हर भाव तुम्हीं से बोऊँ, मैं,