फिर खुद को सम्मानित महसूस करती हूँ। फिर खुद को सम्मानित महसूस करती हूँ।
लाली चुनरिया ओढ़ के गोरिया निरखे पियवा के ओरिया लाली चुनरिया ओढ़ के गोरिया निरखे पियवा के ओरिया
चलनी से झांके पियवा की ओरिया जिया सलवा हजार। चलनी से झांके पियवा की ओरिया जिया सलवा हजार।
निगाहें चुरा बादलों के चद्दर ओढ़ के याद है मुझे आज भी वो रात निगाहें चुरा बादलों के चद्दर ओढ़ के याद है मुझे आज भी वो रात
फिर वक्त गुजरता गया। उसने भी शिद्दत से मुझे आज़माया था। फिर वक्त गुजरता गया। उसने भी शिद्दत से मुझे आज़माया था।
तुम हुए मुझमें यूँ विलय हर भाव तुम्हीं से बोऊँ, मैं, तुम हुए मुझमें यूँ विलय हर भाव तुम्हीं से बोऊँ, मैं,