माँ की शॉल
माँ की शॉल
यह शॉल
तुमको उढ़ाई गई थी
रिटायरमेंट के दिन
सम्मानित करने के लिए।
आज के दिन वही शॉल
मैं ओढ़ लेती हूँ
फिर खुद को
सम्मानित महसूस करती हूँ।
तुम्हारा ही अंश हूँ मैं 'माँ'
यह सोच कर,
तुम्हारी खुशबू,
खुद में और इस शॉल में महसूस करती हूँ।